उत्तराखंड: अघोषित बिजली कटौती और बढ़े रेट बने मुशीबत, महंगी हुई आटा और मसाले पिसाई
उत्तराखंड: अघोषित बिजली कटौती और बढ़े रेट बने मुशीबत, महंगी हुई आटा और मसाले पिसाई पहाड़ समाचार editor
हल्द्वानी: अघोषित बिजली कटौती से जहां आम उपभोक्ता परेशान हैं वहीं, इस अघोषित बिजली कटौती और बिजली की बढ़ती दरों से लघु और मध्यम एद्योग प्रभावित हो रहा है। प्रभावित नहीं हो रहे अपितु मध्मय उधोग भी प्रभावित हो रहे है। विधुत से प्रभावित हो रहे लोगों ने बताया कि लाईट बार-बार कटौती होने से लघु उद्योग संचालक खासे परेशा हैं। बिजली दरों में लगातार बढ़ोतरी से लोग खासे परेशान हैं।
पिछले 6 महिनों से लगातार बिजली की कटौती होने से लोग काफी परेशान हैं। हर दिन 3 से 6 बार पावर कट होता है, जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। चक्की एसोसिएशन ने शिव लीला बैंक्कट हाल भगवान पुर रोड़ में आयोजित अपनी बैठक में बताया कि पिछले 6 वर्षों से किसी भी माल बनाने वाली मशीनों व चक्की पिसाई मे वृद्धि नहीं की थी। जबकि, दाम लगातार बढ़ रहे हैं। बिजली के दाम बढ़ने और मशनों के कलपुर्जों के रेट भी काफी बढ़ गए हैं। साथ ही चक्कियों में काम करने वाले कर्मचारियों की वेतन में भी बढ़ोतरी हुई है।
इसलिए ऐसोसिएशन ने मूल्य वृद्धि का फैसला लिया जो आज से ही मान्य होगा। वही एसोसिएशन ने यह भी निर्णय लिया है कि जो भी एसोसिएशन के खिलाफ काम करेगा उसके खिलाफ एसोसिएशन एकजुट होकर निर्णय लेने पर बाध्य होगी। यह बैठक भुवन भट्ट की अध्यक्षता में सम्मन हुई। इस दौरान बैठक में आनन्द बल्लभ दुर्गापाल, दीपक जोशी, त्रिलोक सिंह नेगी, राजेश भट्ट, भुवन सिंह खनका, जसोद सिंह बिष्ट, शैलेन्द्र चन्द्र जोशी, गोपाल दत्त फुलारा, दिनेश त्रिपाठी, त्रिभुवन चन्द्र जोशी, मोहन चन्द्र पाण्डे, प्रकाश चन्द्र जोशी, चेतन तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।
उत्तराखंड: अघोषित बिजली कटौती और बढ़े रेट बने मुशीबत, महंगी हुई आटा और मसाले पिसाई पहाड़ समाचार editor