Sunday, November 24th 2024

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कीर्तिनगर थाने का किया निरीक्षण, श्री छेत्रपाल देवता मंदिर के प्रांगण में नौ दिवसीय राजजात में महिलाओं व ग्रामीणों से मुलाकत कर किया जागरूक

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कीर्तिनगर थाने का किया निरीक्षण, श्री छेत्रपाल देवता मंदिर के प्रांगण में नौ दिवसीय राजजात में महिलाओं व ग्रामीणों से मुलाकत कर किया जागरूक
टिहरी : ’कीर्तिनगर थाने का राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने किया निरीक्षण तथा श्री छेत्रपाल देवता मंदिर के प्रांगण में नौ दिवसीय राजजात में महिलाओं व ग्रामीणों से मुलाकत/वार्ता कर जागरूक किया। आज 11 जनवरी 2024 को टिहरी गढ़वाल जनपद के कीर्तिनगर में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने निरीक्षण किया। उन्होंने थाने में स्थित महिला हेल्पडेस्क की प्रभारी एस आई रीना नेगी से मुलाकात कर थाने में महिलाओं से संबंधित मामलों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आज हमारे राज्य में भले ही 2 महिला थाने है परंतु हमे इस बात को महत्वता देनी चाहिए कि हमारा हर थाना महिला फ्रेन्डली हो जहां कोई भी पीड़ित महिला अपनी बात सरलता व सुगमता से कह सकें। वहीं उन्होंने उपस्थित पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आप के द्वारा समय समय पर अपने नजदीकी स्कूल, कॉलेजों, महाविद्यालयों आदि में विभिन्न प्रकार की जागरूकता संबंधित कार्यक्रम किये जाते रहने चाहिए।
साथ ही महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि यदि कोई पीड़ित महिला कोई शिकायत लेकर आपके पास आती है तो आपका प्रथम कर्तव्य है कि उसे महिला के शिकायती पत्र को लेकर सबसे पहले उसकी बात सुनी जाए क्योंकि ग्रामीण परिप्रेक्षा की महिलाएं पहले ही अपनी बात कहने में देखते हैं और दूसरा वह पुलिस की वर्दी देखकर भी अपनी बात अच्छे से नहीं कह पाती हैं इसलिए हमें प्राथमिकता देनी होगी की सबसे पहले हम किसी भी पीड़िता की बात को ध्यान से सुने व उसे भटकाये नही। ’क्योंकि पीड़िता को न्याय दिलाना हमारी प्रथम जिम्मेदारी है, आयोग चाहता है कि यदि कोई महिला पीड़ित हैं तो उसे न्याय के लिए भटकना न पड़े उसे जहां वह रहती है वहीं नजदीकी थाने आदि से हरसम्भव पूरी सहायता मिले। इस अवसर पर उन्होंने थाने की केस डायरी देखी।  
वहीं उन्होंने कीर्तिनगर के चाचकण्डा ग्रामसभा में श्री छेत्रपाल देवता के मंदिर में आयोजित 9 दिवसीय राजजात व श्रीमद्भागवत महापुराण में सम्मिलित महिलाओं व ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा धर्म व संस्कृति हमें गलत रास्ते पर जाने से बचाने का काम करता है। हमें उससे जुड़कर अपने लक्ष्यों को हासिल करना चाहिए। आज हम सब की जिम्मेदारी है की हमें अपने समाज को संस्कारिक व स्वच्छ व जागरूक  बनाना है। उन्होंने कहा कि आज हमारे बच्चे बाहर शहरों में शिक्षा लेने के लिए जाते हैं क्योंकि कभी-कभी शहर की चकाचौंध में गलत रास्ते में भटक जाते हैं, इसीलिए उनकी मॉनिटरिंग करना हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि माता पिता को अपने बच्चों की सदैव निगरानी करते रहना चाहिए तथा बेटियों को खासकर सभी प्रकार की गुड टच व बैड टच की जानकारी अवश्य देनी चाहिए ताकि वह भविष्य में किसी भी प्रकार की गलत मानसिकता वाले लोगो से सतर्क रहें।
वहीं उन्होंने कहा कि सभी को अपने फोन में पुलिस व आवश्यक सेवा के नंबर सुरक्षित रखने चाहिए क्योंकि इन नम्बरों की हमे कभी भी आवश्यकता पड़ सकती है। इस अवसर पर एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पन्त, डीपीओ मोहम्मद शोएब, परवेंद्र पंवार, आशा पैन्यूली, सुधीर जोशी, शैलेश मलासी, गौरव राणा, सूरज नौटियाल सहित मातृशक्ति उपस्थित रही।