श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में सुरक्षा बल ही नहीं अधिकारी भी यात्रियों की जीवन रक्षा के लिए निभा रहे हैं अहम भूमिका, आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने तत्परता दिखाकर बचाई घायल तीर्थयात्री की जान
- केदारनाथ धाम व यात्रा मार्ग में तैनात सुरक्षा बलों एवं व्यवस्थाओं में तैनात अधिकारियों द्वारा घायल एवं बीमार यात्रियों का तत्काल रेस्क्यू कर त्वरित उपचार से बचाई जा रही है श्रद्धालुओं की जान
रुद्रप्रयाग : श्री केदारनाथ धाम यात्रा में दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधाओं के लिए संवेदनशीलता के साथ सुरक्षा बलों सहित अधिकारी भी अपने दायित्वों का निर्वहन संवेदनशीलता के साथ कर रहे हैं तथा यात्रा मार्ग में बीमार एवं घायल हो रहे श्रद्धालुओं का त्वरित रेस्क्यू कर उनको उपचार हेतु नजदीकी स्वास्थ्य रिलीफ कैम्प में पहुंचाया जा रहा है तथा श्रद्धालुओं के जीवन को बचाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के निवासी दीपक जो केदारनाथ धाम के दर्शन करके वापस लौट रहे थे तथा गौरीकुंड के समीप घोड़े ने उक्त यात्री के पेट में लात मारने के कारण यात्री वहीं पर बेहोश हो गए थे जिसकी सूचना आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन को मिलते ही वह तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे एवं उक्त यात्री को पंपिंग सीपीआर देकर उसकी जान को बचाया गया। आपदा प्रबंधन अधिकारी ने घायल तीर्थयात्री दीपक को अपने वाहन से उपचार हेतु सोनप्रयाग पहुंचाया जहां चिकित्सकों द्वारा उसका उपचार कराया गया। इस तरह आपदा प्रबंधन अधिकारी ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए घायल दीपक के जीवन को बचाया जा सका।
सेक्टर अधिकारी गौरीकुंड ने बताया कि जीमैक्स के द्वारा उन्हें सूचना प्राप्त हुई कि गौरीकुंड में गेट के समीप जंजाम उड़ीसा निवासी सपना बहरा पैर फिसलने के कारण नीचे गिरने से महिला के सिर पर चोट आने के कारण बेहोश हो गई थी। सूचना मिलते ही डीडीआरएफ की टीम गौरीकुंड द्वारा उक्त महिला यात्री को स्टेक्चर के माध्यम से उपचार हेतु गौरीकुंड चिकित्सालय लाया गया। जहां चिकित्सकों द्वारा महिला का उपचार किया गया तथा अब महिला की स्थिति ठीक है।
सेक्टर अधिकारी केदारनाथ को सूचना प्राप्त हुई कि राजस्थान के तीर्थ यात्री नंदन किशोर के पैर में फ्रेक्चर होने पर एनडीआरएफ की टीम स्वामी विवेकानंद चिकित्सालय पहुंची जहां से उन्होंने उक्त व्यक्ति को हायर सेंटर के लिए हैलीपैड़ पहुंचाया गया। सेक्टर भीमबली को सूचना प्राप्त हुई कि मीठापानी के समीप एक यात्री पर घोड़ा से टक्कर मारने से पैर में मोच आ गई जिससे महिला चलने में असमर्थ थी। सूचना मिलते ही डीडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची तथा उपचार हेतु उक्त महिला को भीमबली से गौरीकुंड लाया गया। महिला यात्री का नाम सुष्मिता सोनी निवासी भोपाल जो केदारनाथ धाम से दर्शन कर वापस लौट रही थी।
जिला प्रशासन द्वारा हर पड़ाव पर तैनात रेस्क्यू टीम द्वारा नियमित किए जा रहे रेस्क्यू अभियान यात्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। रेस्क्यू सेवाओं का लाभ लेने वाले यात्री एवं उनके परिजन इस व्यवस्था से प्रभावित होते हुए रेस्क्यू टीम एवं जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया गया है।