Monday, March 10th 2025

होम स्टे, जैविक औषधि उत्पादन, स्थानीय मसाले सहित विभिन्न प्रकार खेती के संदर्भ में दी विस्तृत व्यावहारिक और आर्थिक जानकारी

होम स्टे, जैविक औषधि उत्पादन, स्थानीय मसाले  सहित विभिन्न प्रकार खेती के संदर्भ में दी विस्तृत व्यावहारिक और आर्थिक जानकारी
जयहरीखाल : भक्त दर्शन  राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में आयोजित किये जा रहे देवभूमि उद्यमिता कार्यक्रम के अंतर्गत आज 11 वे दिन सभी पंजीकृत  छात्र छात्राओं और स्थानीय निवासियों, महिला समूह को उद्यमिता शैक्षणिक भ्रमण के द्वारा  होम स्टे, जैविक औषधि उत्पादन, स्थानीय मसाले आदि की खेती के संदर्भ में विस्तृत व्यावहारिक और आर्थिक जानकारी दी गई l  
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ विक्रम सिंह एवं  कार्यक्रम समन्वयक रश्मि  एवं रावत होमस्टे के उद्यमी विमल रावत द्वारा सभी पंजीकृत छात्र और स्थानीय निवासियों को  जयहरीखाल के प्रसिद्ध रावत होमस्टे, जैविक औषधि उत्पादन, फ्लोरीकल्चर से हम उद्यम शुरू कर सकते हैं  जिसकी  पूर्ण व्यावहारिक जानकारी दी गई और उससे होने वाले महत्व विस्तृत  रूप से समझाया गया l

आर्थिक महत्व

  1. आय का अतिरिक्त स्रोत : होम स्टे घर के मालिकों को अतिरिक्त आय प्रदान करता है।
  2. स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा : होम स्टे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है, क्योंकि यह स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देता है और स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करता है।

सामाजिक महत्व

  1. सांस्कृतिक आदान-प्रदान : होम स्टे में मेहमानों को स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के बारे में जानने का अवसर मिलता है।
  2. सामाजिक संबंधों का निर्माण : होम स्टे में मेहमानों को स्थानीय लोगों के साथ संबंध बनाने का अवसर मिलता है

पर्यावरणीय महत्व

  1. पर्यावरण संरक्षण : होम स्टे में मेहमानों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जानने का अवसर मिलता है।
  2. स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण : होम स्टे स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण करने में मदद करता 

पर्यटन महत्व

  1. पर्यटन को बढ़ावा : होम स्टे पर्यटन को बढ़ावा देता है, क्योंकि यह पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के बारे में जानने का अवसर प्रदान करता है।
  2. विविधता और अनुभव : होम स्टे पर्यटकों को विविधता और अनुभव प्रदान करता है, जो उन्हें होटलों और अन्य पारंपरिक आवास विकल्पों से अलग बनाता है।
उद्यमिता शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम  में डॉ कमल कुमार, डॉ प्रीति रावत, डॉशिप्रा, डॉ वीके सैनी, आशीष गौड और रूप सिंह आदि उपस्थित रहे l