मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी. षणमुगम ने लोकसभा सामान्य निर्वाचन की तैयारियों को लेकर ली बैठक, अधिकारियों एवं नोडल अधिकारियों कों दिए आवश्यक दिशा- निर्देश
देहरादून : मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी. षणमुगम ने एनआईसी सभागार कलेक्ट्रेट में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 हेतु टिहरी लोकसभा ससंदीय क्षेत्र के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए अद्यतन तैयारियों का जायजा लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों एवं नोडल अधिकारियों कों आवश्यक दिशा- निर्देश दिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देशित किया कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को निष्पक्ष, निर्विघ्न एंव शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने हेतु सभी अधिकारी एवं नोडल अधिकारी अपने दायत्विों को भलीभांति समझते हुए उनका निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन को शांतिपूर्वक एवं निष्पक्ष, निर्विवादित सम्पन्न कराने हेतु आवश्यक है कि अधिकारियों को अपने दायित्वों निर्वाचन में अपने कार्य अधिकारों की जानकारी हो इसके लिए अधिकारी अपने दायित्वों को भलीभांति समझ लें आयोग के निर्देशों का अक्षरशः परिपालन करवाएं। उन्होंने निर्देशित किया यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि निर्वाचन ड्यूटी में लगा कोई भी कार्मिक वोट देने से वंचित न रहे, इसके लिए पूर्व से ही तैयारी कर ली जाए। पीडब्लूडी वोटर्स को फसिलेटेड करें तथा इस प्रकार की व्यवस्था बनाएं जो लोग पोलिंग स्टेशन पर वोट करने आ सकते हैं उन्हें बूथ पर लाये जाने हेतु व्यवस्था बनाई जाए, इसके लिए बूथवार एनसीसी,एसएस के वॉलिंटियर्स की क्षेत्रवार सूची तैयार कर ली जाए साथ ही जोे लोग बूथ तक आने में अक्षम है उनके लिए निर्वाचन आयोग की गाईडलाईन के अनुसार घर पर ही वोटिंग की व्यवस्था हेतु टीमें बनाई जाए। उन्होंने निर्देशित किया बूथों पर आयोग के निर्देशानुसार सुविधाओं इसका निरीक्षण कर लिया जाए साथ ही मार्डन बूथ बनाए जाएं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देशित किया कि जिन बूथ पर वोटिंग प्रतिशत् कम रहा है ऐसे बूथों को तहसीलवार, जिलेवार तथा राज्यवार चिन्हित करें तथा वहां पर देख लिया जाए कि किन कारणों से वोट प्रतिशत् कम रहा है तथा बूथ पर किस वर्ग युवा, महिला, बुजुर्ग का वोट प्रतिशत् कम है ऐसी जगहों पर वोट प्रतिशत् बढाने के लिए विभिन्न माध्यमों से वॉलिंटियर्स, क्षेत्र के वरिष्ठजन, गणमान्य व्यक्ति एवं विभिन्न माध्यमों से प्रभावी जागरूगता कार्यक्रम चलाया जाए व बूथ स्तर पर जागरूकता ग्रुप सक्रिय कर लिए जाए। उन्होंने निर्देशित किया निर्वाचन ड्यूटी के दौरान आकस्मिक स्थिति होने की दशा में पूर्व में ही चिकित्सालय, ब्लड बैंक की सूची तैयार कर ली जाए यदि कहीं पर मेडिकल आकस्मिकता हो तो वहां से किस प्रकार तत्कालिक कार्यवाही की जानी का पूर्व में ही प्लान तैयार कर लिया जाए। कार्मिकों को निर्वाचन ड्यटी के दौरान स्वास्थ्य प्रकरण देख लिया जाए। साथ ही निर्देशित किया कि निर्वाचन क्षेत्रों में हेलीपेड चिन्हित रखें, उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किसी क्षेत्र में माइर्गेट क्षेत्रों पर भी विशेष अध्ययन कर लिया जाए।
निर्देशित किया कि जिन क्षेत्रों में लेंडस्लाईड की संभावना बनी रहती है वहां पर निर्माणदाई संस्थाओं से समन्वय कर ऐसे क्षेत्र में उपकरणों सहित श्रमिक तैनात किय जाएं ताकि किसी प्रकार से सड़क बाधित होने पर सड़क खोल दी जाए। निर्वाचन की गतिविधि में राजनैतिक दलों को भी प्रतिभाग कराया जाए तथा निर्वाचन की प्रत्येक गतिविधि की वीडियो रिकार्डिंग की जाए। इसके अतिरिक्त उन्होंने पुलिस चैक पोस्ट पर स्थानीय फोर्स के साथ निर्वाचन ड्यूटी में आने वाली बाहर की फोर्स मिक्स कर लगाई जाए। साथ ही पारम्परिक रूट जहां से मादक सामग्री, या अन्य वस्तुएं, ले जाई जा सकती हैं पर भी सम्बन्धित विभागों से समन्वय कर जांच की जाए तथा नाके लगाये जाएं। साथ ही निर्वाचन में किसी प्रकार की व्यवधान उत्पन्न करने वाली गतिविधि न हो इसके लिए सूचना प्राप्त करने का मैकेनिज्म तैयार करें। उन्होंने निर्देशित किया।
बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदांडे, सयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रताप शाह , जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी सोनिका, जिलाधिकारी टिहरी गढवाल मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी उत्तरकाशी अभिषेक रोहिला, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी देहरादून झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा, अपर जिलाधिकारी टिहरी गढवाल के.के मिश्रा, पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून सर्वेश पंवार, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी देहरादून पीसी त्रिपाठी सहित जनपद के सहायक रिटर्निंग अधिकारी एवं नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।