मूल निवास, भू कानून समेत कई मांगों को लेकर निकाली गयी महारैली
कोटद्वार । नगर निगम क्षेत्र कोटद्वार में मूल निवास और सख्त भू कानून बनाने की मांग को लेकर रविवार को महारैली निकाली गई। रैली देवी रोड देवी मंदिर से प्रारंभ होकर मोटर नगर, लालबत्ती चौक, नजीबाबाद रोड़, बद्रीनाथ मार्ग स्थित मालवीय उद्यान तक रैली निकाली गई। इस दौरान हल्द्वानी में हुई घटना को लेकर मूल निवास, भू- कानून समन्वय संघर्ष समिति ने राज्य सरकार पर निशाना साधा। समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि अगर प्रदेश में मूल निवास और मजबूत भू कानून लागू होता तो हल्द्वानी में इस तरह की अप्रिय घटना नहीं होती। वहीं बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पंत ने कहा कि उत्तराखंड की अस्मिता तभी बचेगी, जब मूल निवास और मजबूत भू कानून लागू होगा। डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद मूल निवास 1950 लागू न होना भाजपा सरकार को सवालों के घेरे में लाती है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि सरकार पहाड़ के लोगों के साथ भेदभाव कर रही है। अतिक्रमण के बहाने पहाड़ी क्षेत्रों में कई लोगों की दुकानें और मकान तोड़े गए, वहीं अवैध बस्तियों को हटाने के बजाय उन्हें राहत देते हुए रातों-रात अध्यादेश लाया गया। सरकार के दोहरे चरित्र को जनता समझने लगी है। उत्तराखंड के लोग अपना अस्तित्व बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। अभी नहीं लड़े तो आने वाले समय में मूल निवासियों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। यह लड़ाई पहाड़ का वजूद, स्वाभिमान, संस्कृति और संसाधन बचाने की लड़ाई है।