एसजीआरआर युनिवर्सिटी में जुटे देश-विदेश के योग साधक, पीएम नरेन्द्र मोदी व भारत सरकार की योग मुहिम को आगे बढ़ा रहा है श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, 07 देशों के योग साधकों सहित 18 राज्यों से आए छात्र-छात्राओं, योग प्रशिक्षितों व योग साधकों ने योगवाणी व योगासनों से जगाई योग की अलख
देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ योगिक सांइस एवम् नैचूुरोपैथी एवम् योग स्पोर्ट्स फाउंडेशन के संयुक्त तत्तवावधान में नेशनल योगा चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया। देश के 18 राज्यों से आए योग के छात्र-छात्राओं, योग शिक्षकों व योग साधकों ने राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। इसके अलावा अमेरिका, वियतनाम, ब्राजील, आस्ट्रेलिया, इजिप्ट, चेक गणराज्य से भी योग साधक प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए उपस्थित रहे। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भारत सरकार की योग मुहिम को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने एसजीआरआर विश्वविद्यालय परिवार की ओर से सभी योग साधकों को बधाई व शुभकामनाएं दीं।
शनिवार को श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज़ के ऑडिटोरियम में दो दिवसीय राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खण्डूड़ी, श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के समन्वयक डॉ. आर.पी.सिंह, विश्वविद्यालय के मुख्य कुलानुशासक एवम् प्रवक्ता मनोज तिवारी, विशिष्ट अतिथि प्रो बलवंत सिंह, प्रेसीडेंट, महाराष्ट्र स्पोर्ट्स फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से किया। देश के 18 राज्यों से 180 प्रतिभागी, 40 रैफरी एवम् निर्णायक मंडल के 10 सदस्य इस आयोजन में शामिल हैं।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खण्डूड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भारत सरकार ने योग और आर्युवेद समेत समस्त प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों के ज्ञान को संरक्षित एवम् सवंर्धित करने के लिए मुहिम चलाई हुई है। इस मुहिम में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय का एक छोटा सा प्रयास है। योग अनुशासन सिखाता है। योग स्वयं के साथ दूसरो के साथ और प्रकृति के साथ सद्भाव से जीने का तरीका है। योग केवल आसन और प्राणायाम तक ही सीमित नहीं है। योग का क्षेत्र बेहद व्यापक है, योग एक साधना है जो हमें नकारात्मक से सकारात्मकता की ओर ले जाने का महामंत्र है।
महाराष्ट्र योग स्पोर्ट्स फाउंडेशन के प्रसीडेंट प्रो. बलवंत सिंह ने कहा कि योग ज्ञान को चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा व चिकित्सा सांइस के साथ जानना समझना बेहद रोचक व ज्ञानवर्धक है। यह सर्वसमाज के हित से जुड़ा विषय है। यदि योग को जन जन तक पहुंचाना है तो योग के व्यावहारिक पक्ष के साथ साथ व्यावसायिक पक्ष को भी मजबूत किए जाने की आवश्यकता है।
देश के 18 राज्यों से आए योग छात्र-छात्राओं, शिक्षकों व योग साधकों ने आकर्षक योगासनों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता का मुख्याकर्षण संगीत के साथ कलात्मक योग प्रदर्शन रहा। जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखण्ड, हरियाणा, राजस्थान, नई दिल्ली, गुजरात, असम, बिहार, महाराष्ट्र मध्य प्रदेश से विभिन्न राज्यों से प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन योग स्पोर्ट्स फाउंडेशन के जनरल सेक्रेट्री डॉ. शिवम मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय स्कूल ऑफ योगिक सांइस एवम् नैचूुरोपैथी की संकायाध्यक्ष डॉ. सरस्वती काला, विभागाध्यक्ष एवम् स्टूडेंट वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष, डॉ. कंचन जोशी, डॉ. अनिल थपलियाल, डॉ. सुरन्द्र प्रसाद रयाल, डॉ. सुनील कुमार श्रीवास, डॉ. बृजेन्द्र सिंह, डॉ. मालविका कांडपाल ने भी महत्वपूर्णं बिन्दुओं पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी संकायों के संकायाध्यक्ष, फैकल्टी सदस्य व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।