Saturday, November 23rd 2024

श्री दरबार साहिब एवं श्री झण्डा साहिब में चला दर्शनों व मनौतियों का क्रम, श्री दरबार साहिब के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने संगतों को दिए दर्शन व आशीर्वाद

श्री दरबार साहिब एवं श्री झण्डा साहिब में चला दर्शनों व मनौतियों का क्रम, श्री दरबार साहिब के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने संगतों को दिए दर्शन व आशीर्वाद

 श्री गुरु राम राय जी महाराज, श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के लगे जयकारे

सोमवार को होगी ऐतिहासिक नगर परिक्रमा, संगतों ने पूरी की तैयारी

देहरादून। शनिवार को श्री झण्डे जी के आरोहण के बाद रविवार को भी श्री दरबार साहिब परिसर में संगतों की भारी चहल पहल रही। देश विदेश से आई संगतों के साथ रविवार को भारी संख्या में देहरादून नगरवासियों ने भी श्री झण्डे जी पर शीश नवाया। संगतों ने श्री झण्डा साहिब एवं श्री दरबार साहिब में माथा टेका व मनौतियों मांगी। अल सुबह से ही श्री दरबार साहिब के सज्जादे गददी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के दर्शनों के लिए संगतें कतारें लगाए खड़ी रहीं। श्री महाराज जी ने संगतों को दर्शन दिए व आशीर्वाद दिया। श्री महाराज जी ने संगतों को आदर्श जीवन जीने के लिए गुरु की वाणी का अमृतपान करवाया। उन्होंने जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्ति व मोक्ष के रहस्य का ज्ञान भी दिया। श्री महाराज जी ने आह्वान किया कि सभी नागरिकों को आदर्श व्यक्ति-आदर्श परिवार का संकल्प लेकर श्रेष्ठ राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने सुख शांति का संदेश एवं गुरु मंत्र देते हुए गुरु महिमा के महत्व से आत्मसात करवाया। 
श्री दरबार साहिब देहरादून के सज्जादे गददी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में सोमवार 01 अप्रैल को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी। परंपरा के अनुसार श्री झण्डे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा के लिए संगतें पहुंचती हैं। नगर परिक्रमा देहरादून के नगरवासियों के लिए भी ऐतिहासिक क्षण होता है, जब देश विदेश की संगत उनके बीच होती हैं। हर साल यह बहुत ही मनमोहक नज़ारा होता है जब श्री गुरु राम राय जी महाराज के द्वारा बसाए गए देहरादून नगर के बीचों बीच से गुरु की संगत गुजरती है और दूनवासी पलक पावड़े बिछाए पुष्प वर्षा के साथ उनका स्वागत करते हैं। 
श्री दरबार साहिब के झण्डा महोत्सव के सह व्यवस्थापक विजय गुलाटी ने जानकारी दी कि परंपरानुसार श्री झण्डे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा का आयोजन किया जाता है। नगर परिक्रमा में श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में संगतें दून नगर की परिक्रमा करती हैं। सोमवार सुबह 7:30 बजे श्री दरबार साहिब परिसर से नगर परिक्रमा आरंभ होगी, श्री दरबार साहिब देहरादून के सज्जादे गददी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में सोमवार 01 अप्रैल को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी। नगर परिक्रमा में 25 हजार से अधिक संगतें शामिल होंगी। नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब से प्रारम्भ होकर सहारनपुर चैक, कांवली रोड होते हुए श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बिंदाल पहुंचेगी। यहां संगत को चने, मुरमुरे व गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाएगा। यहां से तिलक रोड, टैगोर-विला, घण्टाघर व घण्टाघर से पल्टन बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चैकी से रीठा मण्डी, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल बाॅम्बे बाग पहुंचेगी। श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल में गन्ने के प्रसाद बांटा जाएगा। इसके बाद ब्रहमलीन श्रीमहंत साहिबान के समाधि स्थल पर मत्था टेकेने के बाद सहारनपुर चैक होते हुए दोपहर 12:00 बजे नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब वापिस पहुंचकर सम्पन्न होगी। 

गुरु महिमा भजनों व कीर्तन की रही धूम

रविवार सुबह से ही श्री दरबार साहिब परिसर में गुरु महिमा व गुरु के भजनों की धूम रही। गुरु महिमा से सराबोर भक्ति रस से श्री दरबार साहिब महिमामई रहा। सतगुरु तेरे तेरे——-, हर इक दो हो सुणदा ऐसी दाता मेहर लगाई ए जिन्नी करईए होनी थोड़ी ———- , नीत खैर मंगा बाबा जी मैं तेरी दुआ न कोई होर मंगदी जैसे भक्ति गीतों का श्रद्धालुओं ने जमकर लुत्फ उठाया। 

श्री दरबार साहिब के अन्दर व बाहर लगे लंगर

श्री दरबार साहिब के अन्दर व बाहर संगतों की सेवा में लंगर लगाए गए हैं। बाहरी व दून के श्रद्धालु लंगर छक रहे हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टरों, नर्सिंग व पैरामैडिकल स्टाफ की टीम चिकित्सकीय सेवा के लिए श्री दरबार साहिब में उपलब्ध है। संगतें व दूनवासी श्री झण्डे जी मेले के आयोजन का भरपूर लुत्फ उठा रहें हैं।

स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में संगतों ने बढ़चढ़ कर किया  रक्तदान

श्री दरबार साहिब परिसर में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक और महाकाल सेवा समिति के सहायोजी से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया. शिविर में 105 यूनिट रक्तदान हुआ। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में पुरुषों के साथ साथ महिलाओं ने भी बढ़चढ़ कर भागीदारी की।