Friday, November 22nd 2024

उत्तराखंड सहित उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा के लोग भी ले रहे हैं वेडिंग डेस्टिनेशन की जानकारी, त्रियुगी नारायण में हर कोई करवाना चाहता है अपनी शादी, पढ़ें ……

उत्तराखंड सहित उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा के लोग भी ले रहे हैं वेडिंग डेस्टिनेशन की जानकारी, त्रियुगी नारायण में हर कोई करवाना चाहता है अपनी शादी, पढ़ें ……

देहरादून : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेस्टिेनशन उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में वेडिंग डेस्टिनेशन के बारे में कहा था। जिसके बारें में उत्तराखंड के साथ ही यूपी, हरियाणा के लोग भी वेडिंग डेस्टिनेशन की जानकारी ले रहे हैं। इसके लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम को जिम्मेदारी दी गई है। सबसे ज्यादा जानकारी लोग त्रियुगी नारायण के बारे में ले रहे हैं। सबसे पहले आपको यह बताते हैं कि आखिर त्रियुगी नारायण इतना खास क्यों है और क्यों हर कोई यहां अपनी शादी करवाना चाहता है?

  • त्रियुगी नारायण

यह रूद्रप्रयाग जिले में स्थित एक धार्मिक स्थल है और इसका अपना खास महत्व है। यहां पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का एक मंद‍िर है। यह मंदिर भले भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित हो, लेकिन इसका भगवान शंकर और माता पार्वती से खास संबंध है। मान्‍यता है कि इसी मंद‍िर श‍िव-पार्वती का व‍िवाह संपन्‍न हुआ था। पौराणिक मान्यताओं के साथ ही कई निशानियां भी यहां पर आदिकाल से मौजूद रहे। इस मंद‍िर में एक ऐसा हवन कुंड है, जो हमेशा प्रज्‍ज्‍वल‍ित रहता है। इसमें प्रसाद के रूप में लकड़‍ियां चढाई जाती है। लोग इस हवन कुंड की राख लेकर घर जाते हैं।

कहा जाता है कि इसी हवन कुंड के शि‍व-पार्वती ने सात फेरे ल‍िए थे। यहां पर एक ब्रह्मकुंड भी है। माना जाता है कि जब ब्रह्म जी श‍िव-पार्वती का व‍िवाह कराने के ल‍िए आए थे, तो उस समय उन्‍होंने इसी कुंड‍ में स्‍नान कि‍या था और उसके बाद श‍िव-पार्वती विवाद संपन्न कराया था।

श‍िव-पार्वती के व‍िवाह में भगवान विष्णु का खास भूमिका निभाई थी। यहां विष्णु कंड भी है। कहा जाता है कि यह वही कुंड है, जिसमें भगवान ने स्नान किया था। आज व‍िष्णु कुंड के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा व‍िवाह में शाम‍िल होने से पहले सभी देवी-देवताओं ने जिस कुंड में स्नान किया, उसे रुद्र कुंड के नाम से जाना गया। इसके अलावा यहां पर एक स्‍तंभ बना है। कहते हैं कि‍ विवाह के वक्त भगवान शंकर को दान की गई गाय को इसी से बांधा गया था।

अब फिर से पीएम मोदी की बात पर आते हैं और उनके ऐलान के बाद के असर के बारे में आपको बताते हैं। गढ़वाल मंडल विकास निगम के अधिकारियों की मानें तो जहां पहले त्रियुगी नारायण मंदिर में शादी के लिए कुछ समय पहले ही बुकिंग होती थी। वहीं, अब तीन से छह महीने पहले ही गेस्ट हाउस की बुकिंग शुरू हो गई है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश और हरियाणा से वेडिंग डेस्टिनेशन लिए लोग लगातार संपर्क कर रहे हैं। गढ़वाल मंडल विकास निगम ने गढ़वाल क्षेत्र में मुख्य रूप से पांच ऐसी जगहों को चिन्हित किया है, जिनको वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में डेवलेप किया जा रहा है।

इसके अलावा मंदाकिनी नदी के किनारे बने गंगा रिसॉर्ट को भी विकसित किया जा रहा है। यमुना घाटी में डाक पत्थर में गेस्ट हाउस को वेडिंग डेस्टिनेशन के तौर पर प्रमोट किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य जगहों को भी वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में डेवलेप करने का काम किया जा रहा है।

वेडिंग डेस्टिनेशन 

  • देहरादून

    उत्तराखंड में पहाड़ों के बीच में आपकी गर्मियों की शादी के लिए देहरादून एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। आप दून घाटी में कई उच्च-स्तरीय बुनियादी ढांचे पा सकते हैं और हवाई अड्डा भी शहर के बहुत करीब है। आप देहरादून में बजट वाले बैंक्वेट हॉल के साथ-साथ ढेर सारे विवाह स्थल पा सकते हैं। प्राकृतिक सुंदरता के बीच प्री-वेडिंग शूट के लिए कई जोड़े उत्तराखंड आते हैं।

  • ऋषिकेश

    पवित्र नदी गंगा के किनारे रिश्तों की गांठ बांधना अधिकांश विवाहित जोड़ों के लिए एक विशेष अनुभव हो सकता है। आप अपनी योजना बनाने के लिए कई उपलब्ध भारतीय विवाह थीमों में से कोई भी चुन सकते हैं। अगर आपने कभी बीच वेडिंग करने का सपना देखा है तो आप उसे भी यहां पूरा कर सकते हैं। जोड़े पिचोरा और नथुली से सजकर पहाड़ी दूल्हा-दुल्हन बनने का आनंद ले सकते हैं। आप पहाड़ी गाने बजाकर और उन पर पहाड़ी अंदाज में डांस करके अपनी शादी को उत्सव में बदल सकते हैं। आप गढ़वाली, कुमाऊंनी और अन्य पहाड़ी व्यंजनों का आयोजन करके भी आभा बढ़ा सकते हैं।

  • रानीखेत

    रानीखेत को “रानी घास के मैदान” के रूप में भी जाना जाता है, यह उत्तराखंड के अल्मोडा जिले में स्थित है। आप रानीखेत में ताड़ीखेत, भालू बांध, मझकली, मनकामेश्वर मंदिर और हैदाखान मंदिर जैसे विभिन्न अद्भुत विवाह स्थल पा सकते हैं। इस जगह पर अपनी शादी का आयोजन करने से आपको धरती पर स्वर्ग में होने का एहसास होगा। रानीखेत में कई होटल और रिसॉर्ट भी हैं जिन्हें खूबसूरत विवाह स्थलों में बदला जा सकता है।

  • नैनीताल

    यदि आप अपने वैवाहिक जीवन को एक रोमांटिक शुरुआत देना चाहते हैं, तो आप उत्तराखंड में फूलों के जंगलों और तेज़ हवाओं के बीच नैनीताल को एक आदर्श विवाह स्थल के रूप में मान सकते हैं। आप एक यादगार  शादी या प्री-वेडिंग फोटोशूट के लिए कई स्टॉपेज पा सकते हैं। इस उद्देश्य के लिए, आप नैनी झील, टिफिन टॉप, नैना पीक, भीमताल झील, कैंची धाम और सेंट जॉन चर्च की यात्रा कर सकते हैं।

  • जिम कॉर्बेट

    हवादार पहाड़ों, हरे-भरे जंगलों, सुंदर और जंगल के बीच में बहती नदी से घिरी जगह पर अपनी डेस्टिनेशन वेडिंग की योजना बनाने के लिए जिम कॉर्बेट एक और बेहतरीन स्थान है। यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है और इस बात का एहसास आपको यहां आकर हो जाएगा। इस मनमोहक जंगल के हरे-भरे माहौल में अपनी शादी, सालगिरह या प्री-वेडिंग शूट का आयोजन करना एक बेहतरीन विचार होगा।

  • नौकुचियाताल

    बहुत ही कम लोग हैं, जो उत्तराखंड की इस खूबसूरत जगह के बारे में जानते हैं। आप इसे खूबसूरत पर्वत चोटियों, क्रिस्टल जैसे विशाल झरनों, हरे-भरे परिदृश्य और प्राकृतिक सुंदरता का घर कह सकते हैं। यदि आप अपनी शादी का आयोजन नौकुचियाताल जैसी जगह पर करते हैं, तो यह बेहद मंत्रमुग्ध कर देने वाला होगा। आप अपने समुद्र तटों जैसे शादी या प्री-वेडिंग शूट के लिए नौकुचियाताल झील जैसी जगहों पर जा सकते हैं।

  • पिथोरागढ़

    पिथौरागढ़ को मिनी कश्मीर के रूप में भी जाना जाता है। यह जगह मनभावन दृश्य और मनमोहक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह नेपाल की सीमा के पास स्थित है और इस जगह की मंत्रमुग्ध कर देने वाली सुंदरता इसे एक आदर्श विवाह स्थल बनाती है। आप मुनस्यारी, पिथौरागढ़ किला, झूलाघाट और ध्वज मंदिर जैसी जगहों पर विचार कर सकते हैं।

-प्रदीप रावत “रवांल्टा”