राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने जिला कारागार पौड़ी का निरिक्षण कर व्यवस्थाओं का लिया जायज़ा, महिला कैदियों का जाना हाल
- महिला आयोग की अध्यक्ष ने जिला कारागार, पौड़ी गढ़वाल पहुँचकर जाना महिला बन्दियों का हाल, व्यवस्थाओं का लिया जायज़ा
- जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल से मिलकर महिला सुरक्षा व अधिकारों को लेकर की चर्चा, महिला सशक्तिकरण की दिशा में नए कदम उठाने के दिये निर्देश
- वन स्टॉप सेंटर पहुंचकर महिला आयोग अध्यक्ष ने देखी व्यस्वथा, केस रजिस्टर व पीड़िताओं के शेल्टर की स्तिथि का लिया जायज़ा
पौड़ी : राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने अपने पौड़ी गढ़वाल के दौरे के दौरान जिला कारागार पौड़ी का निरीक्षण किया तथा उन्होंने वहाँ महिला बन्दियों को मिलने वाली व्यवस्थाओं/सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान आयोग अध्यक्ष महिला कैदियों की समस्याओं के बारे में रूबरू हुई। कारागार में उन्होंने महिला बन्दियों को दी जा रही मूलभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान कारागार अधीक्षक डीपी सिन्हा ने जानकारी दी कि कारागार के महिला बैरक में 10 महिला बन्दियों की व्यवस्था के अनुरूप बना है जिसमे वर्तमान में 8 महिला बन्दी रह रही हैं।
आयोग की अध्यक्ष ने महिला बन्दियों को खाने-पीने के लिए दिया जाने वाला भोजन, चिकित्सकीय उपचार व अन्य व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महिला कैदियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनका यहां आने का केवल एक ही उद्देश्य है कि वे महिला बन्दियों की समस्याओं से रूबरू हो सकें व उनकी समस्याओं का निवारण करा सकें। यदि किसी भी महिला कैदी को यहां रहने में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना करना पड़ रहा हो, तो वे बेझिझक उन्हें बता सकती हैं।
उन्होंने कहा कि वो यहां की महिला बन्दियों को स्वरोजगार से जोडने के लिए प्रयास करेंगी ताकि कारागार से बाहर आकर महिलायें अपना स्वरोजगार कर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकें। उन्होंने कहा कि इसके लिए जेल में महिलाओं के लिए रोजगार परक प्रशिक्षण तथा उन्हें व्यवसाय के उद्देश्य से कच्चा सामन भी दिया जाए ताकि महिला कैदी द्वारा बने सामान को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ कर बाजार तक पंहुचाया जाए।
निरीक्षण के इस क्रम में आयोग की अध्यक्ष ने वन स्टॉप सेंटर (सखी) का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सेन्टर में पीड़ित महिलाओं के लिए तैयार शेल्टर की स्तिथि देखी साथ ही उन्होंने सखी सेन्टर में दर्ज शिकायतों की भी जानकारी ली। जिस दौरान पाया गया कि सेंटर में दर्ज 422 शिकायतों में सभी का निस्तारण हो किया जा चुका है। आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने इस दौरान केस रजिस्टर भी देखा।
निरिक्षण के उपरान्त आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने जिलाधिकारी पौड़ी डॉ आशीष चौहान से महिला सुरक्षा व अधिकारों को लेकर चर्चा भी की। उन्होंने जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान को समस्त विभागों में आईसीसी कमेटियों को दुरुस्त करने व उनकी समीक्षा के निर्देश दिए। वहीं आयोग अध्यक्ष ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में नए कदम उठाने होंगे ताकि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का जनपद की समस्त मातृशक्ति को लाभ मिल सके। उन्होंने ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्र की महिलाओं व बेटियों को समूहों से जोड़ने, तथा राज्य आंदोलनकारी बीना भण्डारी की नई पहल कूड़ा घर बने पार्कों को फुलवारी में परिवर्तित करने में सहयोग देने, तथा जनपद में बाहर से आ कर रह रहे मजदूरों, रेहड़ी फेरी वालो के सत्यापन के लिए भी निर्देश दिये है। निरीक्षण दौरान कारागार अधीक्षक डीपी सिन्हा, जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र थपलियाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर पौड़ी अनुज कुमार, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारीगण आदि मौजूद रहे।