Saturday, November 23rd 2024

 बदरीनाथ धाम के रावल ने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर के किये दर्शन, पूजा- अभिषेक में हुए शामिल

 बदरीनाथ धाम के रावल ने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर के किये दर्शन, पूजा- अभिषेक में हुए शामिल
 
जोशीमठ/कर्णप्रयाग/ गोपेश्वर :  श्री बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल तथा वेदपाठी रविंद्र भट्ट नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी,के साथ  श्री बदरीनाथ धाम में भगवान बदरीविशाल की पूजा व्यवस्था, भोग सेवा में योगदान कर रहे  डिमरियों ब्राह्मणों  के मूल गांव डिम्मर स्थित प्राचीन श्री लक्ष्मी नारायण   भगवान की पूजा- अभिषेक  में शामिल हुए तथा आदि गुरु शंकराचार्य निमृत अमृत जल कुंड में आचमन किया। कहा कि डिम्मर गांव का श्री बदरीनाथ मंदिर व्यवस्था पूजा ब्यवस्था में विशेष योगदान रहा है भगवान बदरीविशाल की कृपा से यात्रा कुशलता से संपन्न हुई। सब पर ईश्वर की कृपा बनी रहे। इस अवसर पर धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल ने कहा कि  डिम्मर गांव को भगवान बदरीविशाल की सेवा का सौभाग्य प्राप्त है।
उल्लेखनीय है कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने तथा आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी के जोशीमठ पहुंचने के बाद हर वर्ष  बदरीनाथ धाम के रावल डिम्मर स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में दर्शन हेतु पहुंचते है। डिम्मर गांव पहुंचने पर  डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत अध्यक्ष/श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति सदस्य आशुतोष डिमरी तथा रामलीला मंडली एवं केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारियों  ने रावल, धर्माधिकारी तथा वेदपाठीगणों का स्वागत किया तथा डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी ने अभिनंदन पत्र पढ़ा एवं स्वागत- संबोधन किया।
इस अवसर पर रामलीला मंच / देवचौंरी में अतिथियों को अंगवस्त्र भेंट कर स्वागत किया गया ज्ञातब्य है कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद हो गये है कपाट बंद होने के बाद श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी 19 नवंबर को  अपने शीतकालीन प्रवास पांडुकेश्वर पहुंचे तो भगवान नारायण के वाहन गरुड़ जी  मंदिर खजाने के साथ जोशीमठ पहुंचे। 
आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी  20 नवंबर को गद्दीस्थल श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंच गयी इसके बाद आज मंगलवार को रावल जी डिम्मर गांव पहुंचे इससे पहले उन्होंने धर्माधिकारी वेदपाठीगणों के साथ सीमा सड़क संगठन के पीपलकोटी कैंप स्थित श्री नारायण मंदिर तथा शबरीमाला मंदिर में पूजा अर्चना की। डिम्मर से लौटते के बाद रावल धर्माधिकारी वेदपाठियों ने देवप्रयाग संगम के दर्शन कर ऋषिकेश हेतु प्रस्थान किया। ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर  बदरीनाथ धाम के रावल श्री गंगा जी की शायंकालीन आरती में शामिल हुए।
डिम्मर में लक्ष्मीनारायण मंदिर में दर्शन के दौरान  पुजारी मोहन प्रसाद डिमरी, डिमरी केंद्रीय पंचायत सचिव भगवती प्रसाद डिमरी,कोषाध्यक्ष टीका प्रसाद डिमरी,बडुवा हेमचंद्र डिमरी, बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़,  राजेश नंबूदरी नरेश खंडूरी संजय डिमरी, शिव प्रसाद डिमरी, बुद्धिबल्लभ डिमरी सहित महिला मंगल दल डिम्मर के पदाधिकारी, रामलीला मंडली के सदस्य पदाधिकारी  मौजूद सेना आईटीबीपी, सीमा सड़क संगठन के प्रतिनिधि मौजूद   रहे।