एक्लवयंस ने चतुर्थ ईएमआरएस राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव में किया अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन
देहरादून : रायपुर के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित ईएमआरएस राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव के चतुर्थ संस्करण के पहले दिन प्रतिभाओं की भरमार देखने को मिली, जिसमें देश भर के 22 राज्यों के 2200 से अधिक छात्रों ने अपने कौशल का प्रदर्शन किया और जनजातीय समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया। भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा नेशनल एजुकेशन सोसाइटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट्स (एनईएसटीएस) और राज्य एकलव्य विद्यालय संगठन समिति (ईवीएसएस) के सहयोग से आयोजित इस उत्सव के पहले दिन छात्रों ने कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जिनमें जूनियर और सीनियर श्रेणियों के लिए अंग्रेजी और हिंदी भाषण, क्रिएटिव राइटिंग, स्टोरीटेलिंग, एक्सटेम्पोर स्पीकिंग, स्पेल बी, सोलो और ग्रुप डांस, थिएटर, 2डी और 3डी विजुअल आर्ट्स और स्वदेशी खिलौने और गेम्स शामिल थे।
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, दमन और दीव, नागालैंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, केरल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, त्रिपुरा, कर्नाटक, तेलंगाना, झारखंड, मिजोरम, मणिपुर और ओडिशा सहित देश भर के विभिन्न राज्यों के छात्र अपनी उल्लेखनीय प्रतिभा और रचनात्मकता को साझा करने के लिए एकत्र हुए हैं। चतुर्थ ईएमआरएस राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव, जो 6 अक्टूबर तक चलने वाला है, इन युवा प्रतिभाओं को भारत में आदिवासी संस्कृतियों की विविधता और समृद्धि को खूबसूरती से दर्शाने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है। यह कार्यक्रम न केवल कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करता है बल्कि प्रतिभागियों और दर्शकों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और प्रशंसा को भी बढ़ावा देता है।
इस अवसर पर बोलते हुए, राज्य समन्वयक ईवीएसएस/जनजातीय कल्याण राजीव कुमार सोलंकी ने कहा, “ईएमआरएस राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव हमेशा से आदिवासी छात्रों की अद्भुत प्रतिभाओं को पोषित और प्रदर्शित करने का एक मंच रहा है। देहरादून में आयोजित हो रहा यह संस्करण, अपने भव्य उद्घाटन और देश भर से उल्लेखनीय भागीदारी के साथ, एक समृद्ध अनुभव प्रदान करेगा और आदिवासी संस्कृतियों की समृद्धि को बखूबी दर्शायेगा। इस अवसर पर निदेशक एस एस टोलिया, अपर निदेशक योगेंद्र रावत, नेस्ट्स आयुक्त बी सी रतुरी, सहायक आयुक्त गौरव शर्मा एवं एस एन गुज्जर उपस्थित रहे।