उत्तराखंड: डॉक्टर ने घोषित कर दिया था मृत, अंतिम संस्कार से पहले चलने लगी सांसें!
रुड़की: हर दिन कुछ ना कुछ हैरान करने वाले किस्से और घटनाएं सामने आती रहती हैं, जिनके बारे में सुनकर ऐसा लगता है कि ये कैसे हो सकता है। कई बार भरोसा करना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही एक मामला रुड़की के खानपुर में भी सामने आया है। खानपुर गांव के कर्णपुर गांव निवासी 60 वर्षीय अजब सिंह के साथ उत्तराखंड के सबसे नामी चिकित्सालय के चिकित्सकों ने कुछ गजब ही कर दिया।
करीब दो हफ्ते पूर्व उनका ब्लड प्रेशर काफी कम होने पर परिजनों ने उन्हें डोईवाला के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया। पिछले चार-पांच दिन से अजब सिंह वेंटिलेटर पर थे। उनके बेटे अनुज और अर्जुन ने बताया कि गुरुवार को अस्पताल के डॉक्टरों ने पिता को मृत घोषित कर दिया। वो पिता को मृत समझकर घर ले आए और उसके अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी।
अंतिम संस्कार से पहले शव को गंगाजल से स्नान कराने की परंपरा है। स्नान के लिए गांव के मांगेराम और मोहन ने बुजुर्ग के शरीर पर पड़ा कपड़ा हटाया, तो उन्हें बुजुर्ग की सांस चलती हुई महसूस हुई। दूसरे लोगों ने बुजुर्ग का हाथ दबाकर देखा तो उनके हाथ की नाड़ी भी धड़क रही थी।
चम्मच से बुजुर्ग के मुंह में पानी डाला तो उन्होंने पानी पिया। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर तुरंत लक्सर आए और एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया। बताया कि बुजुर्ग के ठीक होने पर वह उन्हें मृत घोषित करने वाले अस्पताल प्रबंधन की शिकायत करेंगे।